वोटर्स की संख्या बढ़ने पर राहुल गांधी ने घेरा तो सीएम देवेंद्र फडणवीस बोले, ‘कई जगह तो कांग्रेस…’

Maharashtra Voters Issue: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी महाराष्ट्र में वोटर्स की संख्या को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं. इस बीच सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता पर पलटवार किया है.
Maharashtra Voters: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में वोटिंग में बड़े स्तर पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मंगलवार (24 जून) को घेरा. राहुल गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या केवल पांच महीनों में आठ प्रतिशत बढ़ गई.
इसके बाद सीएम ने खुद राहुल गांधी पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि झूठ बोले कौवा काटे, काले कौवे से डरियो. उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी, माना कि महाराष्ट्र की करारी हार की आपकी पीड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. लेकिन कब तक हवा में तीर चलाते रहोगे?”
राहुल गांधी ने कहा, ”वैसे आप की जानकारी के लिए, महाराष्ट्र में ऐसे 25 से अधिक चुनाव क्षेत्र हैं, जहां 8% से अधिक मतदाता लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच बढ़े हैं और कई जगह कांग्रेस जीती है.”
सीएम ने इन क्षेत्रों का किया जिक्र
उन्होंने कहा, ”मेरे दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र से लगे पश्चिम नागपुर चुनाव क्षेत्र में 7% मतदाता (27,065) बढ़े और वहाँ कांग्रेस के उम्मीदवार विकास ठाकरे चुनाव जीते. उत्तर नागपुर में 7% (29,348) मतदाता बढ़े और कांग्रेस से नितिन राऊत जीते. पुणे जिले में वड़गांव शेरी में 10% (50,911) मतदाता बढ़े और शरद पवार गुट के बापूसाहेब पठारे जीते, मालाड पश्चिम में 11% (38,625) मतदाता बढ़े और आपके कांग्रेस पार्टी के असलम शेख जीते. मुंब्रा में 9% (46,041) मतदाता बढ़े और शरद पवार गुट के जितेंद्र आव्हाड जीते.”
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ”सहयोगी दलों से भलेही नहीं, लेकिन अपनी ही पार्टी के असलम शेख, विकास ठाकरे, नितिन राऊत जैसे पुराने सहयोगीयों से, इस ट्वीट से पहले एक बार बात कर लेते, तो अच्छा होता. कम से कम कांग्रेस में संवाद के अभाव का इतना बुरा प्रदर्शन नहीं होता…”
राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के अपने निर्वाचन क्षेत्र में, मतदाता सूची में केवल 5 महीनों में 8% की वृद्धि हुई. कुछ बूथों पर 20-50% की वृद्धि देखी गई. बीएलओ ने अज्ञात व्यक्तियों द्वारा वोट डालने की सूचना दी. मीडिया ने बिना किसी सत्यापित पते वाले हजारों मतदाताओं को उजागर किया. और ईसी? चुप – या मिलीभगत! ये अलग-अलग गड़बड़ियां नहीं हैं. ये वोट की चोरी है. छिपाना ही स्वीकारोक्ति है.