कृषि मंत्री ने पायलट पर किया था ‘शर्म’ वाला पलटवार, अब गहलोत ने दे डाला चैलेंज, कहा- ‘ये करके बताएं’
Ashok Gehlot On Kirodi Lal Meena: कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के खाद-बीज कंपनियों पर छापेमार एक्शन पर सचिन पायलट के सवाल उठाने के बाद अब अशोक गहलोत ने भी बड़ा दिया है।

जयपुर: मिलावटी खाद और नकली बीज बनाने वाली कंपनियों पर छापा मार कर सुर्खियां बटोरने वाले कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा कांग्रेस के निशाने पर हैं। पहले सचिन पायलट ने मंत्री की छापेमारी पर सवाल उठाए थे और अब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा की ओर से की जा रही छापेमारी को लेकर अब सरकार को चैलेंज दे डाला है। उन्होंने कहा है कि क्या अब प्रदेश के सभी मंत्री अपने-अपने विभागों में छापे मारने लगेंगे?
किरोड़ीलाल ही क्यों सारे मंत्री ही मारें छापे, गहलोत बोले मुख्यमंत्री और कैबिनेट ले फैसला
अशोक गहलोत ने कहा कि इस तरह के मामलों में निर्णय मुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट को लेना चाहिए। अगर किरोड़ीलाल मीणा छापे मार रहे हैं, तो क्या अब सभी मंत्री अपने-अपने विभागों में इसी तरह कार्रवाई करेंगे? उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि फिर तो मुख्यमंत्री को भी छापेमारी के लिए निकल पड़ना चाहिए, क्योंकि विभागों में छापा डालने की जिम्मेदारी संबंधित मंत्रियों की है।
‘यह काम ब्यूरोक्रेसी का है, न कि मंत्रियों का’
गहलोत ने स्पष्ट किया कि छापेमारी की प्रक्रिया नियमानुसार प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा तय की जाती है। पहले जानकारी जुटाई जाती है, फिर रेकी की जाती है और ठोस प्रमाण मिलने के बाद ही कार्रवाई होती है। उन्होंने कहा कि यह कार्य एंटी करप्शन ब्यूरो, विजिलेंस कमिशनर या संबंधित विभाग की एजेंसियों का होता है, न कि किसी मंत्री का।
मंत्रियों की छापेमारी की परंपरा खतरनाक हो सकती है
पूर्व मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि अगर मंत्री खुद छापे मारेंगे तो इससे कई बार नकारात्मक परिणाम भी सामने आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह तरीका परंपरा के अनुरूप नहीं है और इससे प्रशासनिक व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।
सभी मंत्री छापे मारें तो हो जाएगी गुड गवर्नेंस- गहलोत
व्यंग्य करते हुए गहलोत ने कहा कि अगर हाईकमान ने सभी मंत्रियों को हरी झंडी दे दी है और हर मंत्री खुद छापे मारेगा तो फिर राजस्थान में करप्शन, बेईमानी और मिलावटखोरी खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयोग से ‘गुड गवर्नेंस’ का दावा साकार हो सकता है, लेकिन यह तरीका व्यावहारिक नहीं है।
सचिन पायलट पर मंत्री का पलटवार
इस पूरे विवाद के बीच मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट की ओर से छापेमारी पर उठाए सवालों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘अगर हम नकली पेस्टिसाइड्स पकड़ रहे हैं, तो उन्हें इससे क्या दर्द हो रहा है? उन्हें शर्म आनी चाहिए।’
उन्होंने आगे कहा, ‘सचिन पायलट खुद को किसान का बेटा बताते हैं। राजेश पायलट बहुत बड़े किसान थे और वो पूछ रहे हैं कि हम किसे एक्सपोज कर रहे हैं? क्या नकली बीज बेचने वालों और कालाबाजारी करने वालों को बचाने के लिए राजनीति करनी चाहिए?’