जयपुर
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने घूसखोरी के बड़े खेल की सूचना पर शुक्रवार शाम करीब 6 बजे जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) में अचानक छापा मारा और तहसीलदार, पटवारी, जेईएन, गिरदावर सहित 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। ACB टीम ने आरोपियों के कब्जे से रिश्वत के 1.50 लाख रुपए भी जब्त किए। इसके अलावा एक लाख कैश अलग से बरामद किया गया है। ACB ने यह कार्रवाई JDA के जोन नंबर-9 में की। एसीबी घूसखोरों के घर पर भी सर्च करने में जुटी है। इस कार्रवाई के दौरान JDA में हड़कंप मच गया। बताया गया कि लैंड कन्वर्जन के नाम पर रिश्वत मांगी गई थी। आरोपियों की ओर से तेरह लाख की डिमांड की गई थी। लेकिन बाद में डील डेढ़ लाख में फाइनल हुई। कार्रवाई के दौरान एसीबी टीम ने जोन नंबर-9 को पूरी तरह सीज कर दिया और जोन में कार्यरत 50 से अधिक सभी अधिकारी-कर्मचारियों को ऑफिस में ही रोक कर जांच शुरू कर दी। सभी के मोबाइल भी जब्त कर लिए गए। ACB ने घूसखोरी के मामले में एक पटवारी, एक जेईएन, तीन गिरदावर, एक तहसीलदार और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। घूसखोरी के खेल में गिरफ्तार आरोपियों के रिश्तेदार भी शामिल होने की बात सामने आ रही है। पहली बार एक साथ 7 लोगों को रिश्वत लेते ACB ने पकड़ा है। एसीबी की टीम अब गिरफ्तार किए गए सभी 7 सरकारी कर्मियों के घर और ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाएगी। यदि किसी के यहां से आय से अधिक संपत्ति का ब्योरा मिला तो फिर आय से अधिक संपत्ति का केस भी चलेगा। मिली जानकारी के अनुसार एसीबी ने सबसे पहले एक महिला पटवारी रुक्मिणी देवी को ट्रैप किया। इसके बाद तहसीलदार लक्ष्मी कांत गुप्ता, गिरदावर श्रीराम शर्मा, पटवारी रविकांत शर्मा, JEN खेमराज मीना, पटवारी विमल मीना और एक दलाल महेश मीना को ट्रैप किया गया। अब तक करीब 1.50 लाख रुपए की राशि बरामद हो चुकी है। ACB डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई।
किसके पास कितनी मिली घूस
तहसीलदार: 50 हजार
JEN:40 हजार
बाकी पर बीस – बीस हजार